छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है। शनिवार (अप्रैल 20, 2024) को ईडी ने इस मामले में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा को गिरफ्तार किया। 2,000 करोड़ रुपये से अधिक के इस शराब घोटाले में ईडी ने 8 अप्रैल को आरोप पत्र दायर किया था।
जानकारी के मुताबिक, आपराधिक कार्यवाही साबित नहीं होने पर कोर्ट ने केस रद्द कर दिया था। जिसके बाद शनिवार (20 अप्रैल, 2024) को ईडी ने सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा और अन्य के खिलाफ नई ECIR दर्ज की और टुटेजा को गिरफ्तार कर लिया। पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा (Ex IAS Officer Anil Tuteja) पर शराब कारोबारियों और राजनेताओं के साथ मिलकर इस घोटाले को अंजाम देने का आरोप है।
शराब घोटाले में 2,161 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार
सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में आयकर विभाग की शिकायत के आधार पर अपनी पिछली एफआईआर को रद्द करने के बाद, ईडी ने कथित शराब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग का एक नया मामला दर्ज किया था। पिछले साल जुलाई में ईडी ने कथित शराब घोटाला मामले में रायपुर की एक पीएमएलए अदालत में आरोप पत्र दायर किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि 2019 में शुरू हुए कथित शराब घोटाले में 2,161 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार किया गया था।
70 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया
ईडी ने दावा किया कि अनिल टुटेजा (Ex IAS Officer Anil Tuteja) और व्यवसायी अनवर ढेबर के नेतृत्व में एक आपराधिक सिंडिकेट ने पैसे का गबन किया। इस साल की शुरुआत में, छत्तीसगढ़ आर्थिक अपराध विभाग/भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने भी शिक्षा विभाग की एक रिपोर्ट के आधार पर कथित शराब घोटाले के लिए कांग्रेस नेताओं और कंपनियों सहित 70 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।