मध्यप्रदेश में कफ सिरप पीने से 20 बच्चों की मौत के बाद मामला और भी गंभीर हो गया। इस सिरप का नाम ‘कोल्ड्रिफ’ ‘Coldrif’ है, जिसे स्रेसन फार्मास्यूटिकल्स ने बनाया था।
एस. रंगनाथन, जो कंपनी के मालिक हैं, जिनको चेन्नई से गिरफ्तार किया गया। पुलिस की टीम मध्यप्रदेश से तमिलनाडु और कांचीपुरम गई थी। गिरफ्तारी के बाद रंगनाथन को उनके कारखाने ले जाने की संभावना है।
बिहार और अन्य राज्यों में भी चिंता
मेडिकल जांच से पता चला है कि कोल्ड्रिफ सिरप में जहरीले रसायन मिले थे। इनसे बच्चों की किडनी को गंभीर नुकसान हुआ। सेवन के कुछ ही घंटों में किडनी फेल होने के लक्षण सामने आए।
इसके बाद पंजाब, गोवा, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में इस सिरप पर प्रतिबंध लगाया गया।
मध्यप्रदेश में क्या हुआ एक्शन
छिंदवाड़ा में बुधवार को उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने कहा कि सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है। पांच मेडिकल स्टोर सील किए गए। सिरप के सैंपल जांच के लिए लैब में भेजे गए।
गांवों में घोषणाएं करके माता-पिता को बच्चों को कोई भी कफ सिरप देने से पहले सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
निष्पक्ष जाँच जरुरी – आईएमए
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कहा है कि डॉक्टरों को गलत तरीके से दोषी ठहराया जा रहा है। मामले की निष्पक्ष जांच जरूरी है।










