पुलिस अधीक्षक की जनसुनवाई में श्री शिवकुमार वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, श्री देवेश पाठक, नगर पुलिस अध्ीाक्षक विन्ध्यनगर, श्री राजाराम धाकड, उप पुलिस अधीक्षक, अजाक, निरीक्षक अरूण पाण्डेय, थाना प्रभारी बैढन निरीक्षक शंखधर द्विवेदी, थाना प्रभारी विन्ध्यनगर, निरीक्षक रावेन्द्र द्विवेदी, थाना प्रभारी नवानगर, उप निरीक्षक रूपा अग्निहोत्री महिला थाना, एंव पु.अ. कार्यालय के अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
पुलिस अधीक्षक मो. यूसुफ कुरैशी की जनसुनवाई में 60-70 लोग उपस्थित हुये जिसमें से आवेदक के रूप में 46 व्यक्तियों नें आवेदन पत्र समक्ष में प्रस्तुत किया गया। पुलिस अधीक्षक नें शिकायतो को गंभीरता से सुना गया, 18 शिकायतो का मौके में किया निराकरण जनसुनवाई में 06 आवेदक इस फरियाद से आये कि उनको निजी कम्पनी में किये गये कार्य का वेतन भुगतान नही किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक नें उक्त शिकायतो को श्रम विभाग को आवश्यक कार्यवाही हेतु भेजते हुए कृत कार्यवाही का प्रतिवेदन भी मांगा गया।
पुलिस अधीक्षक द्वारा विभिन्न थाना क्षेत्रों से आए करीबन 46 आवेदकों से रू-ब-रू होकर उनकी शिकायतो को जनसुनवाई के माध्यम से गंभीरतापूर्वक सुना जाकर एवं संबंधित राजपत्रित अधिकारी (पुलिस)/थाना प्रभारी एवं चौकी प्रभारी को त्वरित जॉच कर आवेदक की शिकायत का निराकरण किये जाने के आदेश दिये गये। जनसुनवाई में महिला फरियादियों की शिकायतो को तत्परता से कार्यवाही किये जाने हेतु महिला पुलिस अधिकारी से शिकायत की कॉउंसलिंग कराई जाकर उनकी शिकायतो के निराकरण एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु संबंधित थाना प्रभारी को निर्देशित किया गया।
पुलिस अधीक्षक द्वारा फिल्ड के अधिकारियों को बताया गया कि जन सुनवाई मध्य प्रदेश शासन की सबसे महत्वकांक्षी योजना है। जनसुनवाई की प्रत्येक शिकायत हमारे लिये महत्वपूर्ण है, भले ही वह शिकायत अन्य विभाग से संबंधित क्यों ना हो उसके समाधान के लिये हमे हरसंभव प्रयास किये जाने है, संबंधित विभाग से समन्वय स्थापित कर उनका निराकरण कराया जाना है, ताकि कोई भी आवेदक निराश ना रहे। पुलिस अधीक्षक द्वारा अधीनस्थ अधिकारियों को यह निर्देशित किया गया कि जन सुनवाई के दौरान आने वाले नागरिकों के साथ शिष्ट एवं विनम्र व्यवहार किया जावे। प्रत्येक आवेदक की शिकायतो को ध्यानपूर्वक सुना जाकर एवं निराकरण हेतु सकारात्मक कार्यवाही की जावे।