Traditional Jewellery Collection : भारत कई सभ्यताओं का मिलन स्थल है, जिनमें से प्रत्येक की अपनी परंपराएँ और रीति-रिवाज हैं। कई राज्यों में दुल्हनों द्वारा पहने जाने वाले पारंपरिक भारतीय आभूषण एक ऐसी विशेषता है जो इस सांस्कृतिक विविधता को खूबसूरती से दर्शाते हैं। आइए हम आपको भारत के विभिन्न राज्यों के पारंपरिक दुल्हन आभूषणों की अद्भुत दुनिया में ले चलते हैं, जो इसकी विविधता और सुंदरता को प्रदर्शित करता है। यहां हम आपको भारतीय संस्कृति की कुछ खूबसूरत झलक दिखाएंगे।
Bridal Jewellery Of Tamil Nadu
तमिलनाडु के पारंपरिक आभूषणों से सुंदरता और भव्यता झलकती है। केम्पू माला (मंदिर का हार), वड्डनम (कमर बेल्ट), ओडियानम (हिप चेन), और जिमिक्की (पारंपरिक झुमके) दुल्हनों द्वारा पहने जाते हैं। ये ज्वेलरी प्राचीन मंदिरों की भव्यता और उसके शिल्प के साथ-साथ क्षेत्र की शाश्वत सुंदरता को दर्शाते हैं।
Bridal Jewellery Of Andhra Pradesh
आंध्र प्रदेश के पारंपरिक दुल्हन आभूषण क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति को प्रदर्शित करते हैं। कसुलपेरु (सिक्के का हार), गुट्टापुसालू (चावल के मोती का हार), और वड्डनम (कमर बेल्ट) दुल्हनों द्वारा पहना जाता है। ये ज्वेलरी पारंपरिक आंध्र दुल्हन की भव्यता और सुंदरता को उजागर करते हैं।
Traditional Maharashtrian Bridal Jewellery
महाराष्ट्र के पारंपरिक दुल्हन के आभूषणों में भव्यता और आकर्षण का मिश्रण है। ठुशी हार (अंतर्निहित सुनहरे मोती), मोहन माला (मोती का हार), कोल्हापुरी साज (पारंपरिक हार), नथ (नाक की अंगूठी), और चिंचपेटी (चूड़ी सेट) सभी दुल्हनों द्वारा पहने जाते हैं। ये उत्तम आभूषण अनुग्रह और सुंदरता दर्शाते हैं।
Traditional Bridal Jewellery Designs Of West Bengal
पारंपरिक बंगाली आभूषण विस्तृत सोने के काम और कारीगरी को प्रदर्शित करते हैं। मुकुट (मुकुट), चिक (सोने का हार), रतनचूर (जवाहरातों के साथ हस्तनिर्मित सोने की चूड़ियाँ), हंसुली (सोने का कॉलर हार), और शाखा पोला (शंख और लाल मूंगा चूड़ियाँ) सभी दुल्हनें पहनती हैं। ये कलाकृतियाँ पश्चिम बंगाल की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती हैं।