थाईलैंड सरकार ने अपने लंबे समय से लंबित टूरिस्ट टैक्स (Tourist Tax) को अब 2026 तक के लिए टाल दिया है, जिससे भारतीय यात्रियों को बड़ी राहत मिली है। यह टैक्स मूल रूप से 2023 में लागू होना था, जिसके तहत हवाई मार्ग से आने वाले पर्यटकों से 300 बाट (₹820) और भूमि या समुद्री मार्ग से आने वालों से 150 बाट (₹410) वसूलने की योजना थी।
पर्यटन ढांचे और बीमा कवरेज के लिए था यह टैक्स
थाईलैंड सरकार इस टैक्स से मिलने वाली आय को देश के पर्यटन इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार और विदेशी यात्रियों के लिए बीमा कवरेज (जैसे दुर्घटना या मृत्यु की स्थिति में मुआवजा) के लिए इस्तेमाल करना चाहती थी।
कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को 2023 की शुरुआत में मंजूरी दी थी, लेकिन तकनीकी चुनौतियों और आर्थिक प्राथमिकताओं के बदलाव के कारण इसे कई बार स्थगित किया गया।

एयरलाइन सिस्टम बनी बड़ी बाधा
सरकार के अनुसार, एयरलाइन टिकटिंग सिस्टम अब तक थाई नागरिकों और विदेशी यात्रियों में सटीक अंतर नहीं कर पा रहा है। यही वजह है कि टैक्स कलेक्शन प्रक्रिया को लागू करने में तकनीकी दिक्कतें आ रही हैं।अधिकारियों ने साफ किया है कि टूरिस्ट टैक्स अब 2026 से पहले लागू नहीं होगा।
भारतीय पर्यटकों के लिए राहत की खबर
भारत से थाईलैंड जाने वाले यात्रियों के लिए यह राहत भरी खबर है। फिलहाल वे बैंकॉक, फुकेट, चियांग माई और क्राबी जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों का आनंद बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के उठा सकते हैं।
पर्यटन मंत्रालय का मानना है कि जब तक विदेशी आगमन पूरी तरह से पटरी पर नहीं आता, तब तक किसी अतिरिक्त टैक्स की जरूरत नहीं है।

यात्रियों के लिए सुझाव
विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि भारतीय यात्री अपनी यात्रा तिथि के नजदीक थाईलैंड पर्यटन विभाग और खेल मंत्रालय की आधिकारिक घोषणाओं पर नजर रखें।
साथ ही, यात्रियों को समग्र ट्रैवल इंश्योरेंस कराने की सलाह दी गई है, क्योंकि फिलहाल टैक्स में शामिल सुरक्षा लाभ लागू नहीं हैं।
यात्रा बजट बनाते समय भविष्य में संभावित टैक्स को ध्यान में रखते हुए थोड़ा अतिरिक्त प्रावधान रखना समझदारी होगी।
थाईलैंड की सतर्क नीति
थाईलैंड सरकार वर्तमान में पर्यटन क्षेत्र को पूरी तरह पुनर्जीवित करने पर फोकस कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि जब तक विदेशी पर्यटकों की संख्या महामारी-पूर्व स्तर पर नहीं पहुंचती, तब तक टूरिस्ट टैक्स लागू नहीं किया जाएगा।










