सिंगरौली, बुधवार 20 अगस्त 2025। नगर पालिक निगम सिंगरौली की महापौर श्रीमती रानी अग्रवाल ने बुधवार को वार्ड क्रमांक 29, कंचनी स्थित मार्कफेड गोदाम का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने खुद किसानों से बातचीत की और खाद उपलब्धता की वास्तविक स्थिति जानी।
महापौर ने अधिकारियों से साफ कहा कि किसी भी किसान को परेशान न किया जाए। गोदाम पर आने वाले सभी किसानों को उनकी आवश्यकता के अनुसार खाद उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि कोई भी किसान खाली हाथ वापस नहीं लौटना चाहिए।
किसानों के लिए अतिरिक्त काउंटर का निर्देश
महापौर ने पाया कि गोदाम पर काफी संख्या में किसान मौजूद थे। भारी भीड़ को देखते हुए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि आवश्यकता अनुसार काउंटरो की संख्या बढ़ाई जाए। इससे खाद वितरण की प्रक्रिया तेज होगी और किसानों को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
छाया और पानी की व्यवस्था
निरीक्षण के दौरान महापौर ने किसानों की सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि गोदाम परिसर में बैठे किसानों के लिए छाया और पानी की उचित व्यवस्था हो। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों से आए लोग अक्सर धूप और लंबी प्रतीक्षा से परेशान होते हैं। इसलिए उनके लिए आरामदायक व्यवस्था अनिवार्य है।
महिलाओं और बच्चों के लिए विशेष पहल
महापौर ने यह भी कहा कि खासकर महिलाओं और बच्चों को ध्यान में रखते हुए गोदाम पर बिस्कुट और पानी का प्रबंध किया जाना चाहिए। इस पहल का उद्देश्य है कि किसान परिवारों को इंसानी संवेदनाओं के साथ सेवा दी जाए।
निरीक्षण में जनप्रतिनिधि और समाजसेवी भी रहे मौजूद
महापौर रानी अग्रवाल के साथ कई जनप्रतिनिधि और समाजसेवी भी मौजूद रहे। इनमें एमआईसी सदस्य खुर्शीद आलम, शत्रुघ्न लाल शाह, श्रीमती श्यामला जगत वर्मा, पार्षद अनिल वैश्य, गेंदा लाल शाह, अरविंद प्रजापति, बरगंवा नगर परिषद पार्षद प्रियंका साकेत शामिल रहीं। इसके अलावा समाजसेवी रतिभान प्रसाद, प्रियांशु बघेल और मिथलेश साकेत उपस्थित रहे।
किसानों में संतोष
निरीक्षण के दौरान किसानों ने अपनी समस्याएं भी बताईं। महापौर ने हर शिकायत को गंभीरता से सुना और तुरंत अधिकारियों को समाधान के निर्देश दिए। किसानों ने कहा कि अगर इस तरह की व्यवस्था लागू होती है तो उन्हें बड़ी राहत मिलेगी।
महापौर का स्पष्ट संदेश
महापौर रानी अग्रवाल ने कहा कि उनकी प्राथमिकता किसानों को समय पर सुविधा उपलब्ध कराना है। उन्होंने अधिकारियों को आगाह किया कि अगर किसी किसान को परेशानी हुई तो जिम्मेदार कर्मचारी पर कार्रवाई होगी।