Raipur News : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के हाथों रायपुर-जबलपुर एक्सप्रेस ने पहली बार सीटी बजाई। इस नई ट्रेन सेवा ने छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के लोगों के लिए सफर और भी सुगम बना दिया है।
आधुनिक कोचेस और सुविधाएं : यात्रियों को मिलेगा बेजोड़ अनुभव
नई एक्सप्रेस में यात्रियों के लिए 15 अत्याधुनिक कोच – एक एसी चेयर कार, चार चेयर कार, आठ जनरल कोच, एक पावर कार और एक एसएलआर कोच – की व्यवस्था की गई है। छात्रों, कारोबारियों, पर्यटकों और रोजाना यात्रा करने वालों के लिए यह ट्रेनों के इंतजार को कम करेगा।
रोजाना चलने वाली यह सेवा शाम 2:45 बजे रायपुर से चलकर रात 10:45 बजे जबलपुर पहुँचेगी। जबलपुर से लौटते समय ट्रेन सुबह 6 बजे चलेगी और दोपहर 1:50 बजे रायपुर पहुँचेगी। यानी अब 410 किमी का सफर केवल आठ घंटों में पूरा हो सकेगा।
रेल कनेक्टिविटी और क्षेत्रीय विकास को मिली रफ्तार
वर्चुअल लॉंच के दौरान केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और मनसुख मंडाविया ने न केवल इस ट्रेन का, बल्कि रेवां-पुणे (हडपसर) और भावनगर टर्मिनस-अयोध्या एक्सप्रेस का भी शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री वैष्णव को ‘तीन करोड़ छत्तीसगढ़वासियों’ की ओर से बधाई देते हुए बताया कि इस साल राज्य को 6,900 करोड़ रुपए का रेल बजट मिला है, जो पिछले एक दशक में 21 गुना बढ़ा है। साथ ही, 47,000 करोड़ की परियोजनाएँ छत्तीसगढ़ में चल रही हैं।
बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लिए नई रेल लाइन की घोषणा, और अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 32 स्टेशनों का नवीनीकरण क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को नया आयाम देगा। यह पहल न केवल व्यापार को बढ़ाएगी, बल्कि युवाओं व छात्रों के लिए बेहतर शिक्षा के अवसर खोलेगी। पर्यटक अब नंदनवन जूलॉजिकल पार्क, माँ बम्लेश्वरी मंदिर, कन्हा नेशनल पार्क और भेड़ाघाट जैसे स्थलों तक आसानी से पहुँच सकेंगे।
नागरिकों की उम्मीदें
रेलवे स्टेशन पर उपस्थित यात्रियों और व्यापारियों ने इस सेवा का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई कि इससे स्थानीय बाजारों में व्यापार, शिक्षा और टूरिज्म को नई प्रेरणा मिलेगी। क्षेत्र के यादव, अग्रवाल, चौरसिया, और पटेल समुदाय के प्रतिनिधियों ने बताया कि अब दिल्ली, नागपुर और भोपाल जैसे शहरों के लिए भी आवाजाही और सुगम हो जाएगी।










