Personal Loan Guide 2025: Personal Loan आपात स्थिति यानी इमरजेंसी जैसी स्थिति में अपनी नकदी की ज़रूरतों को पूरा करने का सबसे अच्छा विकल्प है। क्योंकि इसमें आपको ज़्यादा कागज़ात भरने की ज़रूरत नहीं होती। कई बार बैंक आपको प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन (Pre-approved personal loan) भी देते हैं। इसमें घर बैठे ही कुछ ही कदमों में पैसा आपके खाते में आ जाता है। यह आपात स्थिति (Emergencies) में आपकी नकदी की ज़रूरतों को पूरा कर सकता है, जैसे मेडिकल इमरजेंसी या शादी का खर्च। पर्सनल लोन (Personal Loan) की सबसे खास बात होती है इनकी ब्याज दरें (Interest Rate), जो दूसरे लोन (Loan) के मुकाबले काफी ज़्यादा होती हैं। हालाँकि, पर्सनल लोन लेने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है।
पर्सनल लोन (Personal Loan) एक असुरक्षित लोन (Unsecured Loans) होता है, यानी इसमें किसी भी तरह की गिरवी या संपत्ति की ज़रूरत नहीं होती। यही वजह है कि बैंक थोड़ा ज़्यादा ब्याज (Interest) लेते हैं। ऐसे में अगर आप बिना रिसर्च किए लोन लेते हैं, तो आपको EMI में काफ़ी पैसा देना पड़ सकता है।
पर्सनल लोन के फ़ायदे (Benefits of Personal Loan)
पर्सनल लोन (Personal Loan) लेने का कारण बताने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि ये असुरक्षित लोन (Unsecured Loans) होते हैं। Car Loan या Home Loan में आपको बैंक को बताना होता है कि आप कार या घर खरीदने के लिए Loan ले रहे हैं। पर्सनल लोन (Personal Loan) लेने की प्रक्रिया बेहद आसान और तेज़ है। कई बैंक और वित्तीय संस्थान पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी करते हैं।
पर्सनल लोन (Personal Loan) के लिए किसी भी तरह की गिरवी (Collateral) की ज़रूरत नहीं होती। इसलिए, यह उन लोगों के लिए एक बहुत अच्छा विकल्प बन जाता है जो कुछ भी गिरवी नहीं रखना चाहते। पर्सनल लोन (Personal Loan) की चुकौती अवधि आमतौर पर एक से पाँच साल तक होती है। ऐसे में आपको अपनी आय और बजट के अनुसार लोन (Loan) चुकाने की सुविधा मिलती है।
पर्सनल लोन के नुकसान (Disadvantages of Personal Loan)
पर्सनल लोन (Personal Loan) पर ब्याज दर (Interest Rate)बहुत ज़्यादा होती है। यह एक असुरक्षित लोन (Unsecured Loans) होता है। इसलिए, आपको 10 से 24 प्रतिशत तक ब्याज देना पड़ सकता है। पर्सनल लोन (Personal Loan) लेने की प्रक्रिया बेहद आसान है। इसमें कुछ भी गिरवी (Collateral) रखने की ज़रूरत नहीं होती।
ऐसे में, कई बार लोग ज़रूरत से ज़्यादा उधार ले लेते हैं। इससे कर्ज के जाल में फंसने का खतरा रहता है। पर्सनल लोन लेते समय प्रोसेसिंग फीस (Processing Fees), प्रीपेमेंट पेनल्टी (Prepayment Penalty) और अन्य छिपे हुए शुल्क भी लग सकते हैं। इससे आपके लोन (Loan) की कुल लागत बढ़ सकती है और यह महंगा हो सकता है।
इसलिए, Loan लेने से पहले विभिन्न बैंकों की ब्याज दरों (Interest Rates( की तुलना करना ज़रूरी है। यहाँ हम देश के कुछ प्रमुख बैंकों की वर्तमान पर्सनल लोन ब्याज दरों (Personal Loan Interest Rates) की जानकारी दे रहे हैं।
- भारतीय स्टेट बैंक (SBI): 10.10% से शुरू
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB): 10.50% से शुरू
- केनरा बैंक: 8.25% से शुरू
- HDFC बैंक: 10.90% से शुरू
- एक्सिस बैंक: 9.99% से शुरू
नोट: ये दरें समय और ग्राहक की प्रोफ़ाइल के अनुसार बदल सकती हैं, इसलिए लोन लेने से पहले बैंक से पुष्टि कर लें।
क्या पर्सनल लोन लेना सही है?
यह आपकी ज़रूरतों पर निर्भर करता है। आपको पहले अपनी आर्थिक स्थिति का आकलन करना चाहिए। आप पैसे जुटाने के अन्य विकल्पों पर भी विचार कर सकते हैं। जैसे किसी दोस्त या रिश्तेदार से उधार लेना।
पर्सनल लोन लेना आपका आखिरी विकल्प होना चाहिए, क्योंकि इसकी ब्याज दरें काफी ज़्यादा होती हैं। सही बैंक चुनकर आप हज़ारों रुपये ब्याज बचा सकते हैं, वरना लोन चुकाते समय आपकी जेब ढीली हो जाएगी।










