भारत के लाखों इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के लिए यह शनिवार खास बन गया, क्योंकि Google ने AI मोड फीचर को आधिकारिक तौर पर रोलआउट कर दिया है। इस बहुप्रतीक्षित बदलाव के तहत, अब गूगल सर्च पर सवाल पूछना और उनके विस्तृत, त्वरित उत्तर पाना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है।
क्या है Google का AI मोड ?
2025 के Google I/O सम्मेलन में पेश किया गया AI मोड, गूगल सर्च की सबसे उन्नत तकनीक है, जो पारंपरिक कीवर्ड-बेस्ड सर्च को पूरी तरह नया रूप देती है। गूगल का दावा है कि यह नया फीचर यूजर्स को साधारण जवाब नहीं, बल्कि सवाल की गहराई में जाकर सटीक और संदर्भ आधारित जानकारी देगा।
अब सीधे बोट की तरह गूगल से बातचीत कर सकते हैं, जटिल सवालों के जवाब दूसरे-तीसरे लिंक पर जाने की जरूरत नहीं। यूजर अगर कोई सवाल पूछता है, तो AI मोड उस सवाल को छोटे-छोटे भागों में बांटकर एक साथ कई सर्च करता है और उनका मिला-जुला, व्यापक उत्तर तैयार करता है। इसमें ‘गीमिनी 2.5’ जैसा एडवांस्ड AI मॉडल प्रयोग किया गया है।
नए फीचर्स जो बदल देंगे आपका सर्चिंग स्टाइल
कन्वर्सेशनल इंटरफेस: अब सवाल पूछने के बाद उस पर फॉलोअप सवाल कर सकते हैं, ठीक वैसे ही जैसे आप किसी दोस्त से चर्चा करते हों।
मोबाइल और वेब दोनों पर मौजूद: वेबसाइट पर और गूगल ऐप में सर्च बार के पास नया AI मोड टैब नजर आएगा, जिससे एक्सेस आसान हो गया है।
विस्तृत जवाब और विजुअल एनालिसिस: केवल लिंक नहीं, चार्ट-ग्राफ और विजुअल्स भी मिलेंगे—खासकर स्पोर्ट्स, फाइनेंस जैसे मुश्किल सवालों के लिए।
तेज और पर्सनलाइज्ड अनुभव: लेटेस्ट Gemini 2.5 मॉडल का इस्तेमाल, जिससे जवाब तुरंत और ज्यादा सटीक मिलेंगे।
मल्टीमॉडलिटी: टेक्स्ट, इमेज, वॉयस, सभी तरह की क्वेरी को समझकर जवाब मिलेंगे।
कैसे करें AI मोड का उपयोग ?
यूजर चाहें तो सीधे गूगल के होमपेज या ऐप में जाकर All, News, Shopping के बगल में नए AI मोड टैब पर क्लिक करें। इसके बाद अपनी क्वेरी टाइप या वॉयस से बोल सकते हैं, या फोटो खींचकर भी पूछ सकते हैं। अभी यह फीचर केवल इंग्लिश में उपलब्ध है, लेकिन जल्द ही इसे हिंदी सहित अन्य भारतीय भाषाओं में लाने की तैयारी है।
क्यों खास है ये बदलाव ?
भारत जैसे देश में जहां मोबाइल यूजर्स और फर्स्ट टाइम इंटरनेट यूजर्स की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी हो रही है, वहां AI मोड डिजिटल गेप कम करने में मददगार साबित होगा। जानकारी की गहराई में जाने, कंफ्यूजन कम करने और पर्सनलाइज्ड लर्निंग के लिए यह एक मेजर स्टेप माना जा सकता है।
विज्ञापनदाताओं और वेबसाइट मालिकों के लिए क्या है असर ?
AI मोड से गूगल सर्च का इंटरफेस और आउटकम बदल जाएगा। पहले जहां लिंक क्लिक के जरिए वेबसाइट्स को ट्रैफिक मिलता था, अब एआई-संचालित समरी और जवाबों के कारण लिंक क्लिक में कमी की आशंका भी जताई जा रही है। हालांकि, गूगल का कहना है कि नए माध्यम यूजर्स को और नए सवाल पूछने के लिए प्रेरित करेंगे, जिससे वेबसाइट्स के लिए नए अवसर भी खुलेंगे।










