E Krishi Yantra Anudan Yojana : मध्यप्रदेश सरकार किसानों की आय बढ़ाने और खेती को आधुनिक बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में कृषि अभियांत्रिकी विभाग ने एमपी ई–कृषि यंत्र अनुदान योजना शुरू की है। यह योजना किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों पर भारी सब्सिडी उपलब्ध कराती है। इसका उद्देश्य खेती की लागत घटाना, समय बचाना और उत्पादन बढ़ाना है।
मध्यप्रदेश सरकार ने एमपी ई–कृषि यंत्र अनुदान योजना शुरू की है। इसके तहत किसानों को आधुनिक कृषि यंत्र खरीदने पर भारी सब्सिडी दी जाएगी। जानें पात्रता, दस्तावेज, आवेदन प्रक्रिया और लाभ।
सरकार चाहती है कि किसान तकनीक का बेहतर उपयोग कर सकें। इससे फसल की गुणवत्ता सुधरेगी और पराली जलाने जैसी समस्याओं में भी कमी आएगी। सबसे महत्वपूर्ण यह है की कृषि यंत्रों की दरें भिन्न हो सकती है, इसलिए अपने नजदीकी कृषि कार्यालय या रजिस्टर दुकान से जानकारी अवश्य लेवें।
किन कृषि यंत्रों पर मिलेगी सब्सिडी?
योजना के तहत किसानों को कई तरह के आधुनिक कृषि उपकरणों पर अनुदान दिया जाएगा। इनमें शामिल हैं:-
- SMS – स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम
- इंजिन चलित स्प्रयेर
- इन्डेन्टेड सिलेंडर ग्रेडर
- उन्नत दांतेदार हंसिया
- उन्नत हल / निमाडी हल
- एम बी प्लाऊ
- एम.पी. डोरा / सिंगल डोरा
- एयर स्क्रीन क्लीनर
- एरो ब्लास्ट स्प्रेयर
- ऑइल एक्सट्रेक्टर
- कुट्टी मशीन-चैफ कटर (ISI)
- कम्बाईन हार्वेस्टर
- कम्बाईन हार्वेस्टर -गन्ना
- कल्टीवेटर
- लीनर-कम-ग्रेडर
- किसान ड्रोन
- ग्राइंडर
- ग्राउंड नट डिकारटीकेटर -मूंगफली छिलक
- ग्राउंड नट डिकारटीकेटर-मूंगफली छिलक-शक्तिचलित
- ग्राउंडनट पॉड स्ट्रिपर
- चीसल प्लाऊ
- चॉफ कटर (ट्रेक्टर / विद्युत चलित)
- जीरो टिल सीड कम फर्टीलाइजर ड्रिल
- ट्रैक टाइप पैडी हार्वेस्टर
- ट्रेक्टर
- ट्रेक्टर चलित रीपर कम बाइन्डर
- ट्रॉली
- टाईप -2 विनोइंग फैन -उड़ावनी पंखा
- ड्रिप सिस्टम
- डायरेक्ट राइस सीडर
- डिस्क प्लाऊ
- डिस्क हेरौ
- डी-स्टोनर / ग्रेडिएंट सेपरेटर
- डी.एस.आर सीड ड्रिल
- नेपसेक स्प्रेयर ISI 16 ली.
- न्यूमेटिक प्लांटर
- निमाड़ पंजी
- पैकिंग एंड सीलिंग यूनिट
- पैडी (राइस) ट्रांसप्लांटर (राइडिंग टाइप)
- पैडी (राइस) ट्रांसप्लांटर (वॉक बिहाइंड)
- पैडी थ्रेशर / धान थ्रेशर
- पैडी मोबाइल ड्रायर
- पंपसेट (डीजल /विद्युत)
- पल्वेराइज़र (3 एच.पी. तक)
- प्लास्टिक मल्च लेइंग मशीन
- पशु चलित एम बी प्लाऊ / रिवर्सिबल प्लाऊ
- पशु निवारक बायो अकॉस्टिक यंत्र
- पाईप लाईन सेट
- पावर टिलर -८ बी.एच.पी से अधिक
- पावर वीडर
- पावर हैरो
- पॉवर स्प्रेयर / बूम स्प्रेयर (ट्रेक्टर चलित)
- पोटेटो डिगर
- पोटेटो प्लान्टर
- पोस्ट होल डिगर
- फर्टीलाइजर ब्राडकास्टर
- फारेज हार्वेस्टर, चरी
- फीड ब्लॉक मशीन – 200 कि.ग्रा/घंटे
- बैकहो / बैकहो लोडर (35 एचपी ट्रेक्टर चलित)
- बण्ड फार्मर
- ब्रश कटर
- ब्रॉड बेड फरो – प्लांटर
- बैल चलित सीड कम फर्टीलाइजर ड्रिल
- बेलर
- बलराम ताल निर्माण
- बीज प्रसंस्करण प्लांट
- मेज डीहसकर / शेलर / थ्रेशर मक्का छीलक शक्ति/ट्रेक्टर चलित यन्त्र
- मेज़ शेलर / मक्का थ्रेशर
- मेज शेलर – भुट्टा छिलक यन्त्र
- मल्चर
- मल्टी कमोडिटी फ्लोर मिल / दलिया मिल
- मल्टी क्राप प्लांटर
- मल्टी टूल बार / मल्टी टूल बक्खर
- मल्टी-क्रॉप थ्रेशर
- मल्टीक्रॉप थ्रेशर / एक्सियल फ्लो पैडी थ्रेशर (क्षमता 4 टन/घंटा से अधिक)
- मल्टीक्रॉप नैनो वीडर
- मसाला मेकिंग प्लांट
- मिनी राइस मिल
- मिनी स्प्रिंकलर सेट
- मिलेट प्रसंस्करण प्लांट (मिलेट मिल, क्लीनर-कम-ग्रेडर एलीवेटर सहित,
- मिलेट मिल
- रेज्ड बेड प्लांटर विथ इन्कलाइंड प्लेट प्लांटर एंड शेपर
- रेज्ड बेड प्लान्टर/रिजफरों प्लान्टर/मॉल्टीक्रॉप प्लान्टर/रेज्ड बेड प्लांटर वि
- रेनगन सिस्टम
- रिज फरो प्लांटर
- रिजर
- रिवर्सिबल प्लाऊ/मेकेनिकल/हाइड्रोलिक
- रीपर (ट्रेक्टर चलित)
- रीपर (स्वचालित)
- रोटावेटर
- रोटोकल्टीवेटर
- लेजर लेण्ड लेवलर
- लेवलर बलेड – लाइट ड्यूटी
- लेवलर ब्लेड- हैवी ड्यूटी
- विद्युत पशु निवारक बायो अकॉस्टिक यंत्र
- विनोइंग फैन -उड़ावनी पंखा टाईप -1
- विनोविंग फेन (ट्रेक्टर/मोटर ऑपरेटेड)
- शुगर केन कटर प्लांटर
- शुगरकेन इनफील्डर
- शुगरकेन ट्रेश श्रेडर / कटर
- शुगरकेन रेटून मैनेजर
- श्रेडर/मल्चर
- स्ट्रा रीपर
- स्ट्रॉ चॉपर
- स्ट्रॉ लोडर, भूसा
- स्टोन पिकर
- सुपर सीडर
- स्प्रिंकलर सेट
- स्पेसिफिक ग्रेविटी सेपरेटर
- स्पाइरल ग्रेडर (7 डिस्क)
- सब साइलर
- स्मार्ट सीडर
- स्लेशर
- स्वचालित टूल बार- राइड ऑन टाइप
- स्वचालित रीपर कम बाइंडर
- स्वचालित हाई ग्राउंड क्लियरेंस स्प्रेयर बूम टाईप
- सेंसर बेस्ड ऑटोमेशन सिस्टम फॉर फर्टीगेशन
- सीड कम फ़र्टिलाइज़र ड्रिल / जीरो टिल सीड कम फर्टीलाइजर ड्रिल / रेज्ड बेड प्लान्टर /
- सीड ग्रेडर
- सीड ट्रीटिंग ड्रम
- सीड ड्रिल
- सोया मिल्क एवं पनीर टोफू प्लांट
- सोयाबीन वीडर
- हे रेक / स्ट्रॉ रेक
- हैंड रोटरी डस्टर ISI
- हैप्पी सीडर
- हाइड्रॉलिक प्रेस स्ट्रॉ बेलर (ट्रेक्टर चलित)
किसान अपनी जरूरत के अनुसार किसी भी यंत्र का चयन कर सकते हैं।
कितनी सब्सिडी मिलेगी?
सरकार ने सब्सिडी की दर किसान वर्ग और यंत्र के प्रकार के आधार पर तय की है।
- लघु और सीमांत किसान : यंत्र की कीमत का 40% से 50% तक अनुदान
- अन्य किसान : यंत्र की कीमत का 30% से 40% तक अनुदान
किसान पोर्टल पर उपलब्ध सब्सिडी कैलकुलेटर की मदद से सटीक सब्सिडी की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
धरोहर राशि (डिमांड ड्राफ्ट) की जानकारी
आवेदन करते समय किसानों को कुछ राशि डीडी (DD) के रूप में जमा करनी होगी। कुछ प्रमुख यंत्रों के लिए धरोहर राशि इस प्रकार है:
- हैप्पी सीडर – ₹4500
- सुपर सीडर – ₹4500
- स्मार्ट सीडर – ₹4500
- श्रेडर/मल्चर – ₹5500
- बेलर – ₹15000
- हे रेक / स्ट्रॉ रेक – ₹5000
- स्लेशर – ₹2000
अन्य यंत्रों के लिए राशि अलग-अलग तय की गई है।
पात्रता और मुख्य शर्तें
- धरोहर राशि का भुगतान ऑनलाइन किया जाएगा।
- भुगतान की पुष्टि न मिलने पर आवेदन मान्य नहीं होगा।
- लॉटरी के बाद चयनित या प्रतीक्षा सूची वाले किसानों की राशि बाद में रिफंड होगी।
- जो किसान यंत्र नहीं खरीदते, उनकी राशि पर विभाग नियमानुसार निर्णय लेगा।
लाभार्थी चयन प्रक्रिया
- लाभार्थी किसानों का चयन लॉटरी प्रणाली से होगा।
- लॉटरी के बाद किसानों का सत्यापन किया जाएगा। सत्यापन पूरा होने पर किसान यंत्र खरीद सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- आधार से लिंक मोबाइल नंबर
- बैंक पासबुक
- डिमांड ड्राफ्ट
- खसरा/खतौनी/बी-1 की कॉपी
- जाति प्रमाणपत्र (SC/ST के लिए)
आवेदन प्रक्रिया
MP के किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए इन्हें निम्न स्टेप्स फॉलो करने होंगे:
- एमपी ई–कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर जाएं: https://farmer.mpdage.org
- आधार नंबर और जानकारी भरें।
- व्यक्तिगत और खेत की जानकारी दर्ज करें।
- आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन सबमिट करें और प्राप्त संख्या नोट कर लें।
आवेदन के बाद की प्रक्रिया
- चयन लॉटरी सिस्टम से होगा।
- चयनित किसान पोर्टल पर दिए निर्देशों के अनुसार यंत्र खरीद सकते हैं।
- सरकार तय हिस्सा सब्सिडी के रूप में सीधे प्रदान करेगी।
योजना के प्रमुख लाभ
कम लागत में आधुनिक कृषि यंत्र उपलब्ध।
- खेत में समय और मेहनत की बचत।
- उत्पादन और गुणवत्ता में वृद्धि।
- पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण में कमी।
- किसानों में तकनीक अपनाने की जागरूकता बढ़ेगी।
कहां मिलेगी अधिक जानकारी?
किसान अपने जिले के कृषि कार्यालय या ई–कृषि यंत्र अनुदान पोर्टलपर जाकर सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
आवेदन करें – क्लिक करें
जिलेवार सहायक कृषि यंत्रों की लिस्ट – क्लिक करें










