देवसर, मध्यप्रदेश। सोशल मीडिया पर चल रही एक खबर में दावा किया गया था कि शासकीय प्राथमिक विद्यालय टोपा टोला, जनशिक्षा केंद्र गन्नई (विकासखंड देवसर) में बच्चों को गुणवत्ता युक्त मध्यान भोजन नहीं दिया जा रहा है और विद्यालय के कमरे जर्जर हालत में हैं, जिसके कारण बच्चों को बाहर बैठकर पढ़ना पड़ रहा है।
जिला परियोजना समन्वयक श्री आर.एल. शुक्ला ने बताया कि वायरल खबर सामने आते ही मामले को गंभीरता से लिया गया और तत्काल विकासखंड समन्वयक शिक्षा को जांच के निर्देश दिए गए। जांच टीम मौके पर पहुंची और पूरे मामले की विस्तृत जांच की।

जांच में क्या निकला?
जांच प्रतिवेदन व पंचनामा में निम्न तथ्य सामने आए
- मध्यान भोजन में दाल, चावल और सब्जी गुणवत्ता अनुसार उपलब्ध कराई जा रही है।
- विद्यालय में कुल 16 बच्चे अध्ययनरत पाए गए।
- विद्यालय में एक कक्षा पूरी तरह सुरक्षित है, जिसे पंचायत द्वारा निर्मित कराया गया था। बच्चे इसी कमरे में पढ़ते हैं।
- जिन कमरों की हालत जर्जर है, वहां कक्षाएं संचालित नहीं की जातीं।
- ठंड के मौसम को देखते हुए शिक्षिका ने बच्चों को बाहर धूप में पढ़ाया था, जिस दृश्य की फोटो वायरल हुई।
- सोशल मीडिया की खबर आधी-अधूरी निकली

अधिकारी ने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर चल रही खबरें पूरी तरह तथ्यों पर आधारित नहीं थीं। विद्यालय के भोजन की गुणवत्ता और कक्षा संचालित व्यवस्था जांच में संतोषजनक पाई गई।
शिक्षा विभाग की अपील
शिक्षा विभाग ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि किसी भी सूचना को सोशल मीडिया पर वायरल करने से पहले उसकी सत्यता अवश्य जांच लें, ताकि भ्रम की स्थिति न बने और व्यवस्था प्रभावित न हो।










