मध्य प्रदेश 83 निजी कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी गई है। जिससे उच्च शिक्षा विभाग में बड़ा झटका लगा है। यह कदम मुख्य रूप से उन संस्थानों के खिलाफ उठाया गया है जो निर्धारित शैक्षणिक मानकों और मानदंडों का पालन नहीं कर रहे थे। अभी हाल ही में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने 2025-26 सत्र के लिए 11 बीएड कॉलेजों की मान्यता रद्द करने की पुष्टि की है, जबकि इससे पहले उच्च शिक्षा विभाग ने भी 110 निजी कॉलेजों की मान्यता रद्द की थी।
क्यों की गई कॉलेजों की मान्यता रद्द?
- समय पर अनिवार्य प्रदर्शन मूल्यांकन रिपोर्ट (PAR) जमा न करना।
- शैक्षणिक बुनियादी ढांचे की कमी।
- योग्य शिक्षकों का अभाव।
- खेल के मैदान, विज्ञान प्रयोगशाला आदि जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव।
- प्रशिक्षण मानकों का उल्लंघन।
ये बीएड कॉलेज भी हुए प्रभावित
- श्री साईनाथ महाविद्यालय, भोपाल
- मध्यप्रदेश भोज (ओपन) विश्वविद्यालय (डिस्टेंस बीएड प्रोग्राम), भोपाल
- ऋषिकुल ग्रुप ऑफ बीएड कॉलेज, ग्वालियर
- फरीदा एजुकेशन सोसाइटी, ग्वालियर
- अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेज, रीवा
- नीरांचलम शिक्षा महाविद्यालय, रीवा
- स्वामी नारायण दास शिक्षा कॉलेज, सतना
- पंडित बीडी मेमोरियल बीएड कॉलेज, सागर
- द्रोणाचार्य एकेडमी, सागर
- पंडित मेमोरियल बीएड कॉलेज, सागर
क्या है छात्रों के पास आप्शन?
आपको बता दें की NCTE और उच्च शिक्षा विभाग ने निरीक्षण के दौरान इन कमियों को गंभीरता से लिया है, इससे पहले भी विभाग ने कई कॉलेजों को नोटिस जारी किया था। जहाँ से संतोषजनक जवाब न मिलने पर मान्यता रद्द करने का फैसला लिया गया। वहीं सरकार ने स्पष्ट किया है कि इन कॉलेजों में पहले से प्रवेशित छात्र अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं या चाहें तो दूसरे कॉलेज में स्थानांतरित हो सकते हैं। इन कॉलेजों में नए छात्रों का प्रवेश नहीं होगा। उच्च शिक्षा मंत्री और संबंधित अधिकारियों का कहना है कि उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए यह कदम उठाया गया है।