2026 फैशन इंडस्ट्री Outlook : लेटेस्ट मैकिन्से रिपोर्ट के अनुसार, 2026 में फैशन इंडस्ट्री में बढ़ती अनिश्चितता, टैरिफ दबाव, बदलता कंज्यूमर व्यवहार और AI का बढ़ता रोल। जानिए उद्योग के प्रमुख रुझान।
लेटेस्ट फैशन रिपोर्ट के अनुसार, 46% एग्जीक्यूटिव मानते हैं कि 2026 में इंडस्ट्री की स्थिति और खराब होगी। टैरिफ का दबाव और बदलता कंज्यूमर बिहेवियर मुख्य चिंताएं हैं। वहीं, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को एक बड़ा मौका माना जा रहा है।
अपने 10 साल के इतिहास में पहली बार, सालाना बिजनेस ऑफ़ फ़ैशन-मैकिन्से स्टेट ऑफ़ फ़ैशन एग्जीक्यूटिव सर्वे में “चुनौतीपूर्ण” शब्द को “अनिश्चितता” से ज़्यादा इस्तेमाल किया गया। टैरिफ को सबसे बड़ी रुकावट बताया गया। 46% एग्जीक्यूटिवों ने कहा कि 2026 में हालात और बिगड़ेंगे। यह पिछले साल के 39% की तुलना में अधिक है।

ज्योग्राफिकली, 36% ने नॉर्थ अमेरिका को उम्मीद के मुताबिक नहीं या बहुत उम्मीद के मुताबिक नहीं माना। यह पिछले साल से दोगुना है। दूसरी ओर, चीन की स्थिति बेहतर नजर आती है। 28% ने 2026 में चीन के मार्केट को उम्मीद के मुताबिक नहीं माना, जबकि 2025 में यह 41% था।
मैकिन्से का अनुमान है कि ग्लोबल फैशन इंडस्ट्री 2026 में कम सिंगल-डिजिट ग्रोथ दर्ज करेगी। लग्ज़री सेक्टर में थोड़ा सुधार संभव है। लेकिन बड़ा फैशन सेगमेंट धीरे-धीरे बढ़ेगा। यह बदलते मैक्रोइकॉनॉमिक अनिश्चितता, टैरिफ और सप्लाई-चेन की समस्याओं को दर्शाता है।
कंज्यूमर की प्राथमिकताएं भी बड़ी चिंता हैं। महंगाई और आर्थिक अनिश्चितता की वजह से खरीदार अब ज्यादा मूल्य और गुणवत्ता को देख रहे हैं। क्वालिटी, ड्यूरेबिलिटी और सार्थक ब्रांड एंगेजमेंट पसंद कर रहे हैं। मिड-मार्केट सेगमेंट और रीसेल/डिजिटल-ड्रिवन मॉडल ज़्यादा महत्वपूर्ण होते जा रहे हैं। पारंपरिक लग्ज़री सेक्टर को अपनी रणनीति पर फिर से विचार करना होगा।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को सबसे बड़ा मौका माना जा रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 35% से ज़्यादा एग्जीक्यूटिव AI का उपयोग ऑनलाइन कस्टमर सर्विस, इमेज क्रिएशन, कॉपीराइटिंग, प्रोडक्ट डिस्कवरी जैसे क्षेत्र में कर रहे हैं। ऑटोमेशन मुख्य रूप से फाइनेंस और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में प्रभाव डालेगा। जेनरेटिव AI फैशन मार्केटिंग और सेल्स की उत्पादकता बढ़ा सकता है।
मैकिन्से कहते हैं कि 2026 में ब्रांड्स से तेजी की उम्मीद होगी। जो जल्दी बदलाव कर सकते हैं, टेक्नोलॉजी अपना सकते हैं और कस्टमर्स से सीधे जुड़ सकते हैं, वे मार्केट की चुनौतियों को बेहतर तरीके से संभाल पाएंगे।










