सिंगरौली। जिले के समग्र विकास को लेकर अब सिंगरौली में नई ऊर्जा और नई सोच के साथ काम शुरू हो गया है। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित नगर निगम समीक्षा बैठक में प्रभारी मंत्री एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती सम्पतिया उईके ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को स्पष्ट संदेश दिया—“शहर के सर्वांगीण विकास के लिए सभी मिलकर कार्य करें, तभी सिंगरौली को स्मार्ट सिटी का स्वरूप दिया जा सकेगा।”
मंत्री उईके ने कहा कि सिंगरौली को आधुनिक और सुविधाजनक शहर बनाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए सड़कों की गुणवत्ता, सीवरेज प्रबंधन, पेयजल आपूर्ति और स्वच्छता जैसे बुनियादी ढांचे पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज, बस स्टैंड और जल प्रदाय योजनाओं जैसे प्रोजेक्ट शहर के विकास की पहचान बनेंगे। बैठक में उन्होंने निर्देश दिया कि सभी निर्माण कार्य योजना बद्ध और पारदर्शी तरीके से पूरे किए जाएं। “पहले सीवरेज और गैस लाइन का कार्य पूरा हो, तभी सड़कों का निर्माण किया जाए ताकि बार-बार खुदाई से जनता को परेशानी न हो। प्रभारी मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि नगर निगम अपनी वित्तीय व्यवस्था मजबूत करे, संपत्ति कर और अन्य आय स्रोतों से मिलने वाली राशि का उपयोग प्राथमिकता के आधार पर नागरिक सुविधाओं में किया जाए। महिला सशक्तिकरण को लेकर उन्होंने कहा कि स्व-सहायता समूहों को स्थायी रोजगार के अवसर देकर आत्मनिर्भर भारत की दिशा में सार्थक योगदान देना जरूरी है। निष्क्रिय समूहों को फिर से सक्रिय कर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने की पहल की जानी चाहिए।










