सिंगरौली। बेटियाँ अब न केवल पढ़ाई में आगे हैं, बल्कि आत्मरक्षा के गुर सीखकर आत्मनिर्भरता की राह पर भी तेज़ी से बढ़ रही हैं। राज्य शासन की रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा योजना के तहत सिंगरौली जिले की शासकीय माध्यमिक शालाओं में अध्ययनरत बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
जहाँ एक ओर बेटियाँ शिक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त कर रही हैं, वहीं अब वे आत्मरक्षा के गुर सीखकर सशक्त समाज की नींव रख रही हैं। राज्य शासन की ‘रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण योजना’ के तहत सिंगरौली जिले की शासकीय विद्यालयों में पढ़ने वाली बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे वे विपरीत परिस्थितियों में भी आत्मविश्वास के साथ अपने आप को सुरक्षित रख सकें। समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत कक्षा पहली से आठवीं तक की बालिकाओं को यह प्रशिक्षण देने का उद्देश्य उनके आत्मविश्वास को बढ़ाना और विपरीत परिस्थितियों में स्वयं की रक्षा करने में सक्षम बनाना है। शासन ने उन स्कूलों को चयनित किया है जहाँ 25 से अधिक बालिकाएँ दर्ज हैं, और प्रशिक्षक के रूप में प्राथमिकता महिला प्रशिक्षकों को दी जा रही है। अगर महिला प्रशिक्षक उपलब्ध नहीं हो, तो पुलिस सत्यापन के साथ योग्य पुरुष प्रशिक्षक भी चयनित किए जा सकते हैं।










