सिंगरौली : जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर चन्द्र शेखर शुक्ला ने अनुसूचित जाति वर्ग के छात्रों के लिए संचालित प्री-मैट्रिक (कक्षा 9-10) और पोस्ट-मैट्रिक (कक्षा 11-12) छात्रवृत्ति योजनाओं के लंबित आवेदनों पर नाराजगी जताई।
कलेक्टर ने बताया कि वर्ष 2023, 2024 और 2025 के कई छात्रवृत्ति आवेदन अब तक स्वीकृत नहीं हुए हैं, जिसके कारण पात्र छात्र समय पर योजना का लाभ नहीं पा रहे हैं। यह स्थिति शासन की महत्वाकांक्षी योजना के उद्देश्य के विपरीत है।
जिला शिक्षा अधिकारी एस.बी. सिंह ने बैठक में विद्यालयवार लंबित आवेदनों की जानकारी प्रस्तुत की। जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर ने प्राचार्यों को चेतावनी देते हुए कहा –
“एक सप्ताह के भीतर सभी आवश्यक दस्तावेज अपलोड कर छात्रवृत्ति वितरण सुनिश्चित करें, अन्यथा संबंधित प्राचार्य का वेतन रोका जाएगा।”
बैठक में डीपीसी आर.एल. शुक्ला, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास अखिलेश कुमार इवने सहित जिले के विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य मौजूद रहे।
कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी हालत में योग्य छात्र योजना के लाभ से वंचित न रहें और प्रक्रिया को पूरी गंभीरता व प्राथमिकता के साथ पूर्ण किया जाए।
मुख्य बातें
- अनुसूचित जाति के छात्रों के कई आवेदन वर्षों से लंबित।
- कलेक्टर ने एक सप्ताह में निवारण का निर्देश दिया।
- समयसीमा का पालन न करने पर प्राचार्यों का वेतन रोके जाने की चेतावनी।










