आरोपी नाम व पता
- राजनारायण यादव पिता कृष्णाराम उर्फ ददन यादव आ 30 साल निवासी
- रामराज सिंह गाँठ उर्फ छोटे पिता खेलावन सिंह गॉड उम्र 35 साल निवासी आग पटनिया
- राजपाल यादव पिता कमलेश्वर यादव उम्र 25 साल निवासी ग्राम पटना
- छोटेलाल सिंह मौट पिता पंचमणि सिंह गौड उब 29 साल निवासी ग्राम पटना
मृतक का नाम
रामबदोर रावत पिता स्व० मुन्नी ताल रावत उम्र 55 साल निवासी ग्राम चटनिहा थाना
सिंगरौली जियावन विगत माह मार्च में थाना जियावन की पुलिस चौकी कुंठवार क्षेत्रान्तर्गत ग्राम मेद व चटनिठा के जंगल के अंदर एक शव बोरे में भरा हुए गलके में गड़ा मिलने से पुलिस द्वारा विधिवत शव अखनन कार्यवाही उपरांत मर्ग पंजीबद्ध कर शव की पहचान कराई जिसकी पहचान ग्राम चटनिढ़ा के रामबहोर रावत पिता स्व० मुन्नी लाल रावत के रूप में हुई उक्त व्यक्ति के भुगने की रिपोर्ट एक माह पूर्व उसकी पत्नी द्वारा चौकी में भी गई थी जिसकी पतासाजी के लिये प्रयास जारी थे।
गुमशुदा की ताश चोरे में भरी एवं जंगल के अंदर गढ़ने में गड़े होने की अवस्था में मिलने पर से मृतक के परिजनों के द्वारा हत्या की आशंका व्यक्त करने व संदेहास्पद परिस्थितियों में शव बरामद होने के मददेनजर अज्ञात के विरुद्ध हत्या अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना के दौरान शव का पोस्टमार्टम एसजीएमएच रीवा से कराया गया एवं मृतक के जीवन से जुड़े हर पहलू की जांच करते हुए मुखबिर लगाये गये ग्राम चटनिड़ा के आमीण निवासियों की गतिविधियों पर भी निगाह रखी गई। इस दौरान पुलिस को पता चला कि ग्राम के कुछ लोग जंगल में जंगली जानवर का शिकार करने के लिये बिजली के खुले तार में बिजली करंट लगाया करते थे मिली सूचना में तत्परता से कार्यवाही करते हुए संदेहियों से पूछताछ प्रारंभ की गई जो दिनांक 16.02.23 को रात में रामराज सिंह के खेत में राजनारायण यादव पिता कृष्णाराम उर्फ ददन यादव रामराज सिंह गौड उर्फ छोटे पिता खेलावन सिंह गोंड, राजपाल यादव पिता कमलेश्वर यादव, छोटेलाल सिंह गौड पिता चंद्रमणि सिंह गौड के द्वारा सुअर मारने के लिये खुला जीआई तार खूटियों में लगाया गया
नवागत पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा अपनी प्रथम अपराध समीक्षा में अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध लंबित प्रकरणों के निकाल करने के लिये विशेष निर्देश दिये गये जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री शिव कुमार वर्मा के मार्गदर्शन में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस देवसर श्री वीरेन्द्र धायें के सतत निगरानी में थाना प्रभारी जियावन निरीक्षक संतोष तिवारी एवं चौकी कुदवार के प्रभारी उप निरी भीपेनू पाठक की टीम के द्वारा मामले का खुलासा करने में सफलता पाई गई। मृत्यु की घटना में पूछताछ के दौरान आये अन्य संभावित तथ्यों अथवा व्यक्तियों की भी भूमिका संबंधी कार्यवाही की भी जांच की जावेगी। मामले के खुलासा में जिला सिंगरौली फॉरेंसिंक मोबाईल यूनिट के सउनि नरेन्द्र सिंह, फिगर एक्सपर्ट निरी वरिन्द्र मरावी के साथ साथ एसजीएमएच रीवा के फॉरेंसिक एक्सपर्ट की भी सहायता ली गई है।
एवं ट्रांसफार्मर से 11000 केवी का करंट प्रवाहित करा दिया गया उसी रात मृतक रामबहोर सवत अपने परिचत के यहा से घर की ओर लोटने के लिये रामराज सिंह के खेत के पास से गुजरने के दौरान तेज वोल्टेज के करंट लगे तार की चपेट में आ गया एवं मृत हो गयेउसका सामने से काफी जल गया था, तब शिकार को फसा जानकर तार लगाने वाले लोग मौके पर पहुंचे और वहा गांव के ही रामबहोर रावत के को मृत अवस्था में पाकर पुलिस से बचने के लिये शव को योजना बनाकर जंगल से जाकर गाड़ आये थे शव को छिपाने में छोटेलाल सिंह गोंड के द्वारा भी सहायता की गई। पुलिस द्वारा सख्ती से की गई पूछताछ में सभी आरोपियों द्वारा अपना जुर्म कुबुत कर लिया गया एवं घटना में उपयोग किये गये आलाजस्व बरामद करादिये गये हैं।
इनका रहा विशेष योगदान:
निरी संतोष तिवारी थाना प्रभारी जियावन उनि भीपेन्द्र पाठक चौकी प्रभारी कुवार, सउनि त्रिवेणी पाल प्रआर वंशलाल प्रजापति, विजय दोहरे, विजयबहादुर सिंह, पुष्पराज सिंह नेकाम, आर, वीरेन्द्र सिंह, अमित कुमार, नीरज सिंह, राजेश बरडे, सुमसिह सायबर सेल के दीपक परस्ते एवं मनीश शुक्ला की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।