सिंगरौली / जियावन थाना अंतर्गत रेत माफियाओं के दबंगई के आगे जियावान पुलिस बेहाल है। इसका जीता-जागता उदाहरण गुरूवार को थाना क्षेत्र के रेही में घटित एक बड़ी वारदात है। जहां उप निरीक्षक को टै्रक्टर चालक एक किलोमीटर तक घसीटते हुए चला गया। इस दौरान उप निरीक्षक अपनी जान बचाने टै्रक्टर में लटके रहे। हालांकि एसआई की जान बच गयी। लेकिन रेत माफियाओं ने पुलिस को खुली चुनौती दे दिया है।
सूत्र यह भी बता रहे हैं कि चलते टै्रक्टर को रोकवाने के लिए एसआई लटक गये। करीब एक किमी दूरी तक एसआई टै्रक्टर में लटके रहे। बताया जा रहा है कि यदि उप निरीक्षक टै्रक्टर छोड़ देते हुए वे टायर के नीचे भी जा सकते थे। अंतत: करीब एक किलोमीटर दूरी तय करने के बाद चालक टै्रक्टर छोड़कर भाग खड़ा हुआ। बिना नंबर के एक टै्रक्टर को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर आरोपी चालक की तलाश में जुट गयी है। फिलहाल जियावन थाना क्षेत्र में आज गुरूवार को एक बड़ा हादसा टल गया। यदि उप निरीक्षक साहस न दिखाते तो कोई बड़ी वारदात हो सकती थी।
इसमें कहीं न कहीं जियावन पुलिस की लापरवाही मानी जा रही है। उधर टै्रक्टर चालक ने पुलिस को खुली चुनौती दी है। आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस रेही गांव में डेरा डाल दी है।
सिंगरौली जिले के तीन थानों की पहुंची रेही गांव में पुलिस
- जियावन थाना
- बरगवां थाना
- चितरंगी थाना
पुलिस रेत की चोरी में शामिल दो टै्रक्टर चालकों की तलाश में पुलिस जुट गयी है। दोपहर से देर शाम तक उक्त वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी टे्रक्टर चालक की तलाश में उसके ठिकानों पर दबिश दी गयी। लेकिन पुलिस को अभी तक खाली हाथ लगा है। हालांकि एक टै्रक्टर को पुलिस पकड़कर अपने कब्जे में ले ली है। टै्रक्टर फार्म टै्रक नीले कलर का है। इसका रजिस्टे्रेशन नंबर नहीं है। दूसरा टै्रक्टर भी बिना नंबर का है पावर टै्रक्ट कंपनी का है, टै्रक्टर एवं चालक की पतासाजी की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक,सिंगरौली मो.यूसुफ कुरैशी का कहना है
रेही गांव में कुछ ऐसी घटना घटित हुई हैं। ऐसी जानकारी मिली है। आरोपियों के धर पकड़ के लिए पुलिस की टीम लगी हुई है।